Vallabh Guru Hamaaraa


वल्लभ गुरु हमारा

जिनका जपते हम नाम सदा
उस नाम का हमें सहारा
वै वल्लभ गुरु हमारा...
जिसने समाज को अर्पण कर दिया
अपना जीवन सारा
वै वल्लभ गुरु हमारा...

गुरू आत्म जी के शिष्य बने,
और सुरीश्वर पद पाया,
खुद चमके वो भारत भर में,
जिन शासन को चमकाया,
और जैन धर्म का खूब, देश में
रौशन किया सितारा, वै वल्लभ...

जिनका जीवन ऊँचा था लेकिन,
नम्र भाव रहते थे,
जिनवाणी का उपदेश सदा,
जनता के हित कहते थे,
जो दशा हमारी बिगड़ रही थी
आकर उसे संवारा, वै वल्लभ ....

जिनके जीवन का ध्येय यहीं था,
मिलकर कदम बड़ाओ,
सब जैन एक हो वीर प्रभू के,
झण्डे नीचे आओ ,
जिसने पुर जोर आवाज लगादी,
यही लगाया नारा, वै वल्लभ ....

हम बाल युवक और वृध सभी,
वल्लभ के गुण गाते हैं ,
और सभी समादी मंदिर में,
जाकर दर्श्न पाते हैं,
इस धरती पर गूंजेगा इक दिन,
सत्य का जय जय कारा, वै वल्लभ ....
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