Aasra

आसरा इस जहाँ का मिले ना मिले
मुझको तेरा सहारा सदा चाहिए
चाँद तारे गगन में दिखे ना दिखे
मुझको तेरा नजारा सदा चाहिए.........

जहाँ खुशियाँ है कम और ज़्यादा है गम
जहाँ देखो वहीं पर भरम ही भरम
मेरी चाहत की दुनिया बसे ना बसे
मेरे दिल में बसेरा सदा चाहिए...........

मेरी धीमी है चाल और पथ है विशाल
हर कदम पे मुसीबत है अब तो संभाल
मेरे पैर थके है चले ना चले
मंज़िल का पता तो सदा चाहिए...........

कभी वैराग है कभी अनुराग है
जहाँ बदले हैं माली पर वही बाग है
आए है प्रभु हम तेरे द्वार पे
मुक्ति का खज़ाना सदा चाहिए..............
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